काम किसी का और नाम किसी का, कुछ इसी तरह का दर्द है हसायन के चूड़ी निर्माताओं का का। सुहाग की प्रतीक लाल-हरी कांच की चूड़ियां तो हसायन में ही बनती हैं।
source https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/hathras/the-pain-of-the-bangle-makers-of-hasayan-our-work-the-name-of-firozabad-hasayan-news-c-2-1-40056-2023-02-09
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