यौमे आशूरा पर हर दिल गमजदा और हर आंखें नम थीं। ताजियों के जुलूस के बीच जुबां पर या हुसैन अलविदा... की सदाएं और सीनाजनी करते मोमिनों का हुजूम। जंजीर और कमा का मातम कर खुद को लहुलूहान कर लोगों ने इमाम हुसैन को पुरसा दिया।
source https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/varanasi/muharram-2023-in-varanasi-procession-of-tajiyas-road-mourners-of-chains-and-kama-2023-07-29
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