किसान डीएपी खाद के लिए धक्के खा रहे हैं। डीएपी खाद न तो सहकारी समितियों में मिल रही है, न ही निजी दुकानों में। दोनों ही जगहों पर नैनो डीएपी लेने पर ही दानेदार डीएवी की बोरी दी जा रही है। लेकिन, किसानों को नैनो डीएपी पसंद ही नहीं है।
source https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/kanpur/truth-of-fertilizer-crisis-there-is-abundance-of-nano-dap-farmers-want-granular-companies-are-selling-this-2024-10-26
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